काली मिर्च खाने के फायदे और घरेलु नुस्खे

Share

काली मिर्च खाने के बड़े ही फायदे हैं, काली मिर्च (Black Pepper) के कई घरेलू नुस्खे और उपाय हैं, जिससे आपको कई बीमारियो और समस्याओं में बहुत लाभ मिलता हैं।काली मिर्च खाने के फायदे और घरेलु नुस्खे

काली मिर्च के तीखे स्वाद के कारण इसका बहुत ही कम इस्तेमाल किया जाता हैं, लेकिन अनेक प्रकार की बीमारियो में काली मिर्च का इस्तेमाल घरेलू नुस्खे के तौर पर किया जाता हैं।

पेट, स्किन और हड्डियो से जुड़ी प्रॉब्लम्स को दूर करने में काली मिर्च बहुत ज़्यादा असरदार होती हैं। आज जानेंगे की इसका कैसे और कितनी मात्रा में इस्तेमाल करके रोगो को दूर किया जा सकता हैं।

1.पेट के कीड़े होते हैं दूर

पेट दर्द का कारण सिर्फ़ खराब खानपान ही नही होता हैं, बल्कि कीड़े भी इसकी वजह हो सकते हैं। इससे भूख कम लगती हैं और वजन तेज़ी के साथ घटने लगता हैं। इन्हे दूर करने के लिए छाछ में काली मिर्च का पाउडर मिला कर पिए। इसके अलावा काली मिर्च को किशमिश के साथ मिला कर खाने से भी पेट के कीड़े दूर होते हैं।

2. बवासीर में राहत

अनहेल्दी लाइफस्टाइल के साथ ही आयिली और जंक फुड के कारण बवासीर की समस्या आजकल ज़्यादातर लोगो को परेशान कर रही हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए जीरा, काली मिर्च और चीनी या मिश्री को पीस कर एक साथ मिला ले। सुबह-शाम दो से टीन बार इसे लेने से बवासीर में राहत मिलती हैं।

3. गठिया रोग में लाभ

उमर बढ़ने के साथ ही होने वाले गठिया रोग में काली मिर्च का इस्तेमाल बहुत ही फायदेमंद होता हैं। इसे तिल के तेल में जलने तक गरम करे। उसके बाद इस तेल को ठंडा होने पर दर्द वाली जगह आदि पर लगाए आपको बहुत ही आराम मिलेगा।

इन्हें भी जरूर पढ़े…

4. सही मेटाबॉलिज़म

काली मिर्च मेटाबॉलिज़म को बेहतर बनाती हैं। यह कैलोरी बर्न करने के साथ ही पेट के फैट को भी कम करती हैं। मोटापे की समस्या में काली मिर्च बहुत ही फायदेमंद होती हैं। इससे पेट से जुड़ी कई सारी बीमारिया भी ठीक हो जाती हैं।

5. जुकाम में आराम

जुकाम होने पर दूध में काली मिर्च मिला कर हल्का गर्म करके पिए। इससे जुकाम में राहत मिलेगी। खाँसी होने पर भी काली मिर्च को शहद के साथ मिला कर चाटें। दिन में तीन-चार बार ऐसा करने से खाँसी दूर हो जाती हैं। इसका तीखा स्वाद जुकाम में बंद गले और नाक की प्राब्लम को भी दूर करता हैं।

6. दाँत दर्द को दूर करे

काली मिर्च का इस्तेमाल दांतो के लिए भी फायदेमंद हैं। इसके रोजाना सेवन से दाँत खराब होने की समस्या ख़त्म होती हैं। दाँत के दर्द में भी काली मिर्च का इस्तेमाल बहुत ही फायदेमंद हैं। यह स्किन को भी हेल्दी बनाता हैं। इसे खाने से तवचा संबंधी कई सारी बीमारिया दूर होती हैं।

7. एसिडिटी से छुटकारा

काली मिर्च को काले नमक के साथ नींबू के रस में मिलाए और इस रस को धीरे-धीरे पिए। एसिडिटी में बहुत हद तक लाभ मिलता हैं। एक कप गरम पानी में पीसी हुई काली मिर्च और नींबू का रस मिला कर पीने से गैस की शिकायत दूर होती हैं।

8. ब्लड प्रेशर कंट्रोल करे

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी काली मिर्च फायदेमंद साबित होती हैं। अगर समस्या बढ़ रही हैं तो आधा ग्लास पानी में एक छोटा चम्मच काली मिर्च पाउडर डाल कर पिए। जल्द आराम मिलेगा।

काली मिर्च के कुछ देसी नुस्खे

1.आँखों की रोशिनी के लिए : एक पतासे में 1-2 काली मिर्च सुबह खाली पेट चबा कर खाए। एक किलो चीनी की चार तार की चाशनी बना कर उसमे 100ग्राम घी, 25 ग्राम काली मिर्च, 100 ग्राम पुनर्नवा की जड़।

और 25 ग्राम मुलेठी, 50 ग्राम शतावारी और 50 ग्राम त्रिफला (सभी का पाउडर) मिलाए। शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की रोशिनी में एक थाली में इसे जमाए।

इसके पीस को काट ले। एक पीस रोजाना 30 दिनों तक खाए। आँखों की रोशिनी के इलावा आँखो से जुड़ी कई सारी परेशानियाँ दूर हो जाएँगी।

2. कफ, खाँसी, दमा और खराश : एक चम्मच शहद में अदरक का रस और 4-5 काली मिर्च पीस कर मिलाए और सुबह-शाम को इसे चाटें। 10 काली मिर्च, 10 पतासे, 5 तुलसी के पत्ते, 1 बड़ी इलायची।

और थोड़ी सी अदरक को पीस कर 250 ml पानी में धीमी आँच पर उबाले। 200ml पानी बचने पर इसे छान ले। अब इसमे 2 चम्मच शहद मिला कर धीरे-धीरे पिए। इससे सर्दी-जुकाम और कफ की समस्या में आराम मिलता हैं।

3. माइग्रेन : 5 काली मिर्च और 3 बादाम को पीस ले। इसमे 1/4 चम्मच सफेद चंदन, 1/4 चम्मच लाल चंदन, थोड़ा कपूर और घी मिला कर सीर पर लेप करे। ऐसा लगातार 10-15 दिनों तक करे। इससे सर-दर्द और माइग्रेन की समस्या में फायदा होता हैं।

सावधानी : नाक से खून आने पर, पेट या पेशाब में जलन होने पर, गर्भवती महिला और 2 साल से कम उम्र के बच्चो को काली मिर्च का इस्तेमाल नही करना चाहिए, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती हैं।

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *